नई दिल्ली. केन्द्र सरकार ने देश में संसद एवं सभी विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की संभावनाओं के अध्ययन के लिए पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है ।
सूत्रों के अनुसार, ‘एक देश-एक चुनाव’ के विषय पर सुझाव देने के लिए कोविंद के नेतृत्व वाली समिति के सदस्यों की अधिसूचना जल्द जारी की जायेगी ।
इस बीच, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने जयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, अभी कमेटी बनायी गई है । इसके गठन के बाद अब इसकी रिपोर्ट आएगी। उस रिपोर्ट पर सार्वजनिक रूप से चर्चा होगी, उस पर संसद में भी चर्चा करायी जाएगी । ऐसे में इसको लेकर घबराने की क्या बात है ।
सूत्रों ने कहा कि यह समिति इस विषय में व्यापक चर्चा करेगी और विशेषज्ञों की भी राय लेगी और उसके बाद अपनी रिपोर्ट सरकार को देगी ।
जोशी ने कहा , लोकतंत्र के विकास में जो मुद्दे सामने आते हैं, उस पर चर्चा होनी चाहिए। समिति बनाने का अर्थ यह नहीं है कि यह काम (लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ) कल से ही हो जाएगा। ऐसा हमने थोड़े ही कहा है ।
उल्लेखनीय है कि देश के आजाद होने के कुछ समय बाद तक लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ ही कराए जाते थे लेकिन इस प्रथा को बाद में खत्म करके विधानसभा और लोकसभा चुनाव को अलग-अलग से कराया जाने लगा ।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र आहूत किया है । सूत्रों के अनुसार सरकार इस दौरान एक देश एक चुनाव को लेकर एक विधेयक भी आ सकता है । इस बीच, केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कोविंद से मुलाकात की ।