नई दिल्ली. संसद के मानसून सत्र 10वें दिन लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सदन में अपनी कुर्सी पर नहीं बैठे। वे लोकसभा में विपक्षी सांसदों के लगातार हंगामा करने से नाराज हैं, इसलिए उन्होंने सदन में आने से इनकार कर दिया। उनकी जगह आंध्र प्रदेश के राजमपेट से सांसद पीवी मिधुन रेड्डी ने लोकसभा की कार्यवाही संभाली। जानकारी के मुताबिक, ओम बिरला तब तक संसद नहीं आएंगे जब तक विपक्ष हंगामा करना बंद नहीं करता। विपक्षी दलों के हंगामे के कारण बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही पहले दो बजे तक स्थगित की गई थी, बाद में उसे दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।लोकसभा अध्यक्ष ने पक्ष और विपक्ष के सदस्यों को अपने फैसले के बारे में भी बता दिया है।
लोकसभा स्पीकर बिरला का कहना है कि जब कि जब तक सदन में अनुशासन बहाल नहीं होता है, तब तक वे अध्यक्ष के आसन पर नहीं जाएंगे। उनके लिए सदन की गरिमा सर्वोच्च है। इसके लिए वे किसी भी प्रकार का समझौता नहीं कर सकते। स्पीकर ने कहा कि सदन में मर्यादा रखना सबकी जिम्मेदारी है। जबकि सदन में कुछ सदस्यों का व्यवहार सदन की उच्च परपराओं के विपरीत है।
उधर राज्यसभा में विपक्षी दलों ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग करते हुए 60 नोटिस दिए, जिन्हें सभापति जगदीप धनखड़ ने अस्वीकार कर दिया। इससे नाराज विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया। इसके बाद विपक्षी सदस्य राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचे।