नई दिल्ली. पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी कार के बाद रविवार को दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई। कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार कांग्रेस के नए अध्यक्ष का ऐलान हो सकता है, लेकिन कांग्रेस ने तय किया कि वो अभी सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही आगे बढ़ेगी। सोनिया गांधी अभी भी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन पर कांग्रेस कार्यसमिति दिल्ली में बैठक की अध्यक्षता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि सबने एक साथ सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही पार्टी को आगे बढ़ने पर हामी भरी है। इसके अलावा कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा कि हम सभी को सोनिया गांधी के नेतृत्व पर भरोसा है।
बैठक के बाद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी का हर कार्यकर्ता चाहता है कि राहुल गांधी उनका नेतृत्व करेंस, लेकिन कांग्रेस का अध्यक्ष निर्वाचन 20 अगस्त को होने वाले पार्टी के अगले चुनाव में होगा। सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव समेत अगले सभी विधानसभा चुनाव में चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि गांधी परिवार की वजह से पार्टी कमजोर हो रही है। अगर आप लोगों को ऐसा लगता है तो हम किसी भी प्रकार का त्याग करने के लिए तैयार हैं।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में सोनिया गांधी ने इस्तीफे की पेशकश भी की। उन्होंने कहा कि हमारा पहला मकसद कांग्रेस को मजबूत करना है। इसी कड़ी में कांग्रेस अप्रैल में चिंतन शिविर का आयोजन करेगी। वहीं हरीश चौधरी ने पंजाब हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि मैं पंजाब के नतीजों की जिम्मेदारी लेता हूं. हम नई रणनीति के साथ फिर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी, बीजेपी की बी टीम है। बैठक में पार्टी को मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक में गुलाम नबी आजाद, दिग्विजय सिंह समेत वरिष्ठ नेताओं ने दिए सुझाव दिए कि चुनाव में कहां गलती हुई इसपर मंथन करना जरूरी है।
राहुल के समर्थन में आए कार्यकर्ता
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान कांग्रेस मुख्यालय के बाहर कार्यकर्ता जमा हुए और उन्होंने राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर नारेबाजी की। इसके साथ ही उन्होंने प्रियंका गांधी के समर्थन में भी नारे लगाए। बैठक से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी की कमान संभाले। उन्होंने कहा कि हार से घबराने की जरूरत नहीं है।