नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली पर अब कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट का असर दिखने लगा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, दिल्ली में ओमिक्रॉन के 238 मामले सामने आ चुके हैं जो देश में सबसे ज्यादा है। ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच कोरोना के नए मामले भी तेजी से बढ़ते जा रहे है। मात्र 15 दिन में ही दिल्ली में कोरोना के मामले 10 गुना बढ़ गए हैं। इतना ही नहीं, एक्टिव केसेस भी 4 गुना तक बढ़ गए।
दिल्ली में मंगलवार को पॉजिटिविटी रेट 1 फीसदी के करीब पहुंच गई। वहीं, 4 जून के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा मामले भी सामने आए। राजधानी में मंगलवार को कोरोना के 496 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर बढ़कर 0.89 फीसदी हो गई। साथ ही एक्टिव केसेस भी बढ़कर 1600 के पार पहुंच गए। लगातार चार दिन से दिल्ली में कोरोना से मौत हो रही है। मंगलवार को भी एक मरीज ने दम तोड़ दिया।
दिल्ली में 5 दिसंबर को ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था। उस दिन तंजानिया से लौटा शख्स संक्रमित मिला था। उसके बाद से दिल्ली में हर दिन ओमिक्रॉन के केस भी सामने आते रहे और कोरोना के नए मामले भी लगातार बढ़ते रहे। 14 दिसंबर को दिल्ली में कोरोना के 45 नए केस आए थे। 21 दिसंबर को 102 नए मामले आए और 28 दिसंबर को 496 केस। इसी तरह 14 दिसंबर को संक्रमण दर 0.09% थी जो 21 दिसंबर को बढ़कर 0.20% और 28 दिसंबर को 0.89% हो गई।
संक्रमण बढ़ते ही दिल्ली में पाबंदियां शुरू
दिल्ली में कोरोना का संक्रमण बढ़ते ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पाबंदियां बढ़ाने का ऐलान किया है। दिल्ली में लेवल-1 के तहत येलो अलर्ट लागू कर दिया गया है। अब दिल्ली में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा। इसके अलावा जरूरी सेवाओं के दफ्तरों को छोड़कर बाकी निजी दफ्तर 50% क्षमता के साथ ही खुलेंगे। गैर-जरूरी सामानों की दुकानें ऑड-ईवन फॉर्मूले के तहत सुबह 10 से रात 8 बजे तक खुलेंगे। मेट्रो और बस भी 50 फीसदी क्षमता से ही चलेंगी।