नई दिल्ली. देश में कोरोना ने फिर रफ्तार पकड़ ली है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 16,159 नए मामले दर्ज किए गए हैं जो कल (सोमवार) की तुलना 23.5% अधिक हैं। इस महामारी के चलते मंगलवार को 28 लोगों की मौत भी हुई है। ऐसे में कोरोना से मौत का आंकड़ा अब 5,25,270 पहुंच गया है।
24 घंटे में महाराष्ट्र (3098), तमिलनाडु (2662), केरल (2603), पश्चिम बंगाल (1973) और कर्नाटक में 839 मामले सामने आए हैं। 69.15% नए मामले इन पांच राज्यों से हैं, जिनमें 19.17% नए मामलों के लिए अकेले महाराष्ट्र जिम्मेदार है।
वहीं, भारत का रिकवरी रेट अब 98.53 फीसदी है। पिछले 24 घंटों में कुल 15,394 मरीज ठीक हुए, जिससे देश भर में कुल ठीक होने वालों की संख्या 4,29,07,327 हो गई है।
क्या सदमे का सामना कर रहे हैं?
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल स्टेटिस्टिक्स (NIMS) की सीनियर साइंटिस्ट डॉ. सरिता नायर ने न्यूज एजेंसी को बताया कि कोरोना से ठीक होने के बाद लोगों को किस तरह के सदमे से गुजरना पड़ा? इसका कारण क्या रहा? ये समझने के लिए 7 राज्यों के 18 जिलों में स्टडी की गई थी।
इस स्टडी में पता चला कि कोविड से ठीक हो चुके 60% लोग ऐसे थे, जिन्हें बीमारी का सही कारण, ट्रांसमिशन का तरीका और इसकी रोकथाम के सारे उपायों के बारे में पता था। ICMR-NIMS के डायरेक्टर डॉ. एम. विष्णु वर्धन राव ने न्यूज एजेंसी को बताया कि स्टडी में शामिल 80.5% लोगों ने बताया कि वो ठीक होने के बाद भी कम से कम किसी एक सदमे का सामना कर रहे हैं। जबकि, 51.3% ऐसे थे, जो किसी गंभीर सदमे का सामना कर रहे थे।
ये स्टडी कोरोना की पहली लहर के दौरान की गई थी। स्टडी अगस्त 2020 से फरवरी 2021 के बीच हुई थी। इसमें कोरोना से ठीक हो चुके 18 साल से ऊपर के लोगों को शामिल किया गया था। इसमें 2,281 लोगों को शामिल किया गया था, जिनमें 303 कोरोना से रिकवर हो चुके लोग थे।