जलपाईगुड़ी. पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी इलाके के मैनगुड़ी में बीकानेर एक्सप्रेस (15633) पटरी से उतर गई। इस हादसे में 5 यात्रियों की मौत हो गई और 45 से ज्यादा लोग घायल हो गए। दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन से 40 यात्रियों को रेस्क्यू किया गया। ट्रेन के 12 डिब्बे पटरी से उतरे। ट्रेन बीकानेर से गुवाहाटी जा रही थी। इसी बीच मैनगुड़ी पार करते समय यह हादसा हुआ। सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस प्रशासन समेत जिले के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और राहत कार्य शुरू करवाया। हादसे के शिकार लोगों को ट्रेन की बोगियों से निकालने के बाद स्थानीय अस्पताल भेजा गया। ट्रेन में राजस्थान के 872 लोग सवार थे। इसमें 308 यात्री बीकानेर से और 564 जयपुर से चढ़े थे।
यह दुर्घटना गुरुवार को शाम करीब 5:15 बजे हुई। बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन की 12 बोगियां पटरी से उतरी, जिसमें सवारियों से भरे 4 डिब्बे पूरी तरह से पलट गए। इनमें से एक कोच पास में भरे पानी में भी उतर गया। दो कोच एक दूसरे पर चढ़ गए। देर शाम तक एनडीआरएफ समेत स्थानीय बचाव अभियान दल मौके पर जुटे हुए थे। ट्रेन में बीकानेर से गए यात्रियों ने बताया कि करीब पांच बजे न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन निकला ही था कि अचानक से गाड़ी में जोर से धक्का लगा। चीख पुकार मचने लगी।
उनका डिब्बा तो काफी पीछे था, इसलिए पलटा नहीं। धक्के के बाद संभले तो बाहर देखा। ट्रेन पटरी से उतर गई थी और एक के ऊपर एक डिब्बे चढ़े हुए थे। बाहर से चीखने चिल्लाने की आवाजें आ रही थी। ट्रेन हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात की है। प्रधानमंत्री ने कोरोना संक्रमण की स्थिति को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से मुख्यमंत्रियों की बैठक लेकर बात की थी। उसी बैठक में शामिल ममता बनर्जी से उन्होंने ट्रेन हादसे को लेकर बात की।
सहायता राशि घोषित
रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को एक लाख और कम गंभीर लोगों को 25 हजार रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। हादसे की वजह से रेलवे ने 9 ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया। ट्रेन के यात्रियों को ले जाने के लिए स्पेशल ट्रेन रवाना की गई है।
2 बोगियां तालाब में भी गिरीं
हादसा जलपाईगुड़ी के दोमोहोनी और मैनागुड़ी बीच हुआ। नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर के अफसर गुनीत कौर ने बताया कि 12 बोगियां बेपटरी हुई हैं। इनमें से दो तालाब में गिर गई हैं। रेस्क्यू में रेलवे पुलिस, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस के अलावा स्थानीय लोग भी जुटे हुए हैं। कई यात्रियों के डिब्बों में फंसे होने की आशंका है, जिन्हें रेस्क्यू करने के लिए आॅपरेशन जारी है। अंधेरे की वजह से बचाव अभियान में मुश्किल आ रही है।