कोटा. कोटा के नजदीक नेशनल हाइवे 52 कोटा-झालावाड़ रोड पर जगपुरा के निकट ट्रेलर व ट्रैक्टर की भिड़ंत में दो लोगों की मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था ट्रेलर व ट्रैक्टर चकनाचूर हो गए। शव ट्रेलर में इस कदर फंसे थे कि हादसे के करीब 10 घंटे बाद बड़ी ही मशक्कत के बाद शवों को बाहर निकाला जा सका।
मृतकों की पहचान मैरूकला अजमेर निवासी ड्राइवर महेंद्र कहार व साथी छोटू लाल के रूप में हुई है, पहले ड्राइवर शव मिला। जिसके पीछे की तरफ साथी की लाश चिपकी थी, जो रायपुर छत्तीसगढ़ से लोहे की एंगल भरकर अजमेर जा रहे थे। सुबह टैक्टर पीछे थ्रेसर मशीन लगाकर झालावाड़ की तरफ से कोटा की ओर आ रहा था। वहीं 16 टायरों वाला ट्रेलर भी झालावाड़ की तरफ से कोटा की ओर आ रहा था। जगपुरा के पास दोनों में टक्कर हो गई। ट्रेलर अनियंत्रित होकर सड़क से 5 फीट नीचे जा गिरे। हादसे में ट्रैक्टर का पीछे का हिस्सा ट्रेलर में दब गया।
सुबह हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। एंगलों को हटाने के लिए करीब 7 बजे जेसीबी भी मंगवाई गई। फिर एक-एक करके एंगलों को साइड में किया गया। दोपहर तक भी केबिन में शव फंसे होने की जानकारी सामने नहीं आई थी। फिर ट्रेलर को सीधा करने के लिए क्रेन मंगवाई गई। जैसे ही क्रेन की सहायता से ट्रेलर को सीधा करने की कोशिश की तो उसमें दो शव फंसे नजर आए, उसके बाद उन्हें निकाला गया। ड्राइवर सीट पर ही फंसा रह गया और उसके पीछे उसका साथी।
हादसे में ट्रेलर की केबिन पूरी तरह चिपक गया। इससे ये पता नहीं लगा कि अंदर कोई है भी, या नहीं। ट्रेलर को खिसकाने पर ड्राइवर सीट पर एक शव फंसा दिखा। उसे सावधानी पूर्वक बाहर निकाला। फिर कैबिन के कुछ हिस्से को तोड़ा तो पीछे खलासी का शव भी फंसा हुआ नजर आया। हादसे के समय खलासी ड्राइवर के पीछे की सीट पर सो रहा था। वहीं ट्रैक्टर के ड्राइवर की तलाश जारी है।
प्रशिक्षु आईपीएस मनीष कुमार ने बताया दोनों वाहन कोटा की तरफ आ रहे थे। हादसे से लग रहा है कि ट्रैक्टर के हाइवे पर चढ़ने के ट्रेलर ने टक्कर मारी है। ट्रेलर में लोहे की लोहे के एंगल भरे हुए थे, जिन्हें जेसीबी की सहायता से साइड में किया गया। शाम को ट्रेलर से दो शवो निकाले है। जो केबिन में बुरी तरह से फंसे हूए थे।