कोटा. नाबालिग छात्रा की हत्या के आरोपी ट्यूशन टीचर को कोटा पुलिस ने सोमवार रात को दिल्ली-एनसीआर के गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी की सूचना के साथ ही पूरे शहर में संतोष दिखा। गौरव जैन अपनी बहन के यहां छिपा हुआ था। बहन टौंक में थी। पुलिस बहन से पूछताछ के बाद गुरुग्राम में डेरा डाले हुए थी। सोमवार रात को जैसे ही गौरव जैन अपनी बहन के घर पहुंचा तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस सूचना की शहर पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने पुष्टि की। गौरव जैन पर 4 लाख 31 हजार का इनाम है।
इस गिरफ्तारी की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जैसे ही इस खबर की पुष्टि हुई तो नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने बालिका के परिजनों को सूचना देने के लिए फोन किया। जब उनका फोन नहीं उठा तो धारीवाल ने बाल कल्याण समिति के सदस्य अरुण भार्गव को फोन कर सूचना दी और कहा कि परिजनों को घर जाकर सूचना दो और मेरी बात करवाओ। इसके बाद अरुण भार्गव बालिका के घर पहुंचे और परिजनों से धारीवाल की बात करवाई।
शहर पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में मुस्तैदी दिखाते हुए कई दिनों से गुरुग्राम में डेरा डाल रखा था। पुलिस हर पक्ष को लेकर गंभीरता बरत रही थी। सभी रिश्तेदारों और नजदीकियों पर नजर रखी जा रही थी। इसके लिए तीन एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारियों के निर्देशन में 6 पुलिस उपाधीक्षक की अगुवाई में 30 टीमें लगाई हुई थी, जिसमें 150 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल थे। गौरव की तलाश पूरे देश में हर संभव स्थानों पर की जा रही थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी गौरव जैन को मंगलवार को कोटा लाया जाएगा।
9 दिन से परेशान थी पुलिस
हत्या की वारदात के बाद 9 दिनों से पुलिस इस घटना को लेकर परेशान थी। कोटा शहर सहित जिले की पुलिस की टीमें पिछले 9 दिन से लगातार उसे पकड़ने के लिए दौड़ लगा रही थी। रेस्क्यू टीम के साथ शहर के निकट नहरों-नदियों में तलाश शुरू कर दी थी। इसी क्रम में सोमवार को कोटा शहर, ग्रामीण व उसके आसपास की नहरों, नहरों की ब्रांचों आदि में टीम ने तलाश किया, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। निगम के गोताखोर विष्णु श्रृंंगी ने बताया कि सोमवार सुबह से ही पुलिस व रेस्क्यू टीम ने दांयी व बांयी मुख्य नहर इनकी ब्रांचों में तलाश किया।
दांयी मुख्य नहर में उम्मेदगंज तक तथा बांयी मुख्य नहर में केशवरायपाटन व कापरेन ब्रांच तक तलाश किया। यहां घाट के बराना तक तलाश किया गया। तलाशी अभियान में चम्बल का निचले हिस्से में रंगपुर से लेकर आगे तलाश की गई, तलाशी के लिए चार टीमें बनाई गई थी। जिसमें रेस्क्यू दल के सदस्य व पुलिसकर्मी शामिल रहे। नगर निगम की बोट की मदद ली गई।
विरोध में कोटा बंद तक हुआ
इस घटना के विरोध में कोटा व्यापार महासंघ के आह्वान पर 18 फरवरी को कोटा बंद तक रहा, जिसका लगभग सभी संगठनों ने समर्थन किया। यही नहीं, बड़ी संख्या में लगातार नाबालिग बालिका को श्रद्धासुमन अर्पित किए जा रहे थे।