कोटा. उद्योग नगर थाना पुलिस ने झूठी प्रॉपर्टी दिखाकर व फरियादी को भाई बना कर झांसे मकान बेचने के नाम पर 53 लाख रुपए हड़पने के संबंध में दर्ज प्रकरण में वांछित शातिर मुलजिम राजेश कुमार शर्मा व उसकी पत्नी निधि शर्मा को गिरफ्तार किया है। शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. विकास पाठक ने बताया कि थानाधिकारी मनोज कुमार सिकरवार, उप निरीक्षक, विनोद कुमार थाना उद्योग नगर के नेतृत्व में गठित टीम ने रविवार को प्रकरण में वांछित शातिर दंपती को गिरफ्तार किया है।
थाना उद्योग नगर पर 17 अगस्त 2021 को परिवादी दिनेश कुमार जांगिड़ निवासी कनापुर थाना श्योपुर, मध्य प्रदेश ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि मेरी राजेश कुमार शर्मा व उसकी पत्नी निधि शर्मा निवासी रॉयल पार्क से वर्ष 2020 में मुलाकात हुई थी। राजेश शर्मा की पत्नी निधि ने मुझे भाई बना रखा था तथा मेरे राखी बांधती थी। इन दोनों का मेरे परिवार में काफी आना-जाना था, जिससे मेरे परिवार के सभी लोग इन दोनों पर विश्वास करने लगे थे। मुझे वह मेरे परिवार को विश्वास में लेकर दोनों पति-पत्नी ने मुझे रॉयल पार्क रायपुरा कोटा स्थित अपना मकान बताया तथा कहा कि हमारा मकान है हम इस मकान को बेच रहे हैं।
हम जयपुर में मकान लेंगे, तुम मेरे भाई हो इसलिए मैं चाहती हूं कि यह मकान आप ही ले लो, फिर उन्होंने उक्त मकान के बदले पहले मुझसे 65 लाख रुपए मांगे तो मैंने इतनी राशि नहीं होने का कहकर मना कर दिया, फिर उन्होंने बोला कि आप 55 लाख रुपए ही दे दो। मैं यह मकान को खरीदने के लिए तैयार हो गया। मैंने पहले 25 लाख रुपए दिए तथा इनको एग्रीमेंट करने के लिए कहा, परंतु उस समय कोरोना महामारी के कारण संपूर्ण लॉकडाउन हो गया, जिससे उस समय एग्रीमेंट नहीं हो पाया।
फिर यह लोग मुझे फोन करके कहने लगे कि हमें रुपयों की आवश्यकता है आप हमें बकाया राशि दे दो नहीं तो हम यह मकान किसी और को बेच देंगे। फिर मैंने अलग-अलग बैंक खातों में शेष राशि जमा करवा दी। बाद में मुझे पता चला कि वह उस मकान में किराए से रहते थे, इनके पास कोई मकान नहीं है। फिर इन लोगों ने मुझे रुपए वापस देने से मना कर दिया तथा उन्होंने मेरे साथ कुल 53 लाख रुपयों की धोखाधड़ी की है। इस रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर उक्त दोनों पति पत्नी को गिरफ्तार किया गया।
बदलते रहते थे, अपना मोबाइल नम्बर व पता
ये शातिर दंपती कोटा शहर के विभिन्न थानों के अन्य प्रकरणों में भी वांछित हैं। ये कोटा शहर में किराए से निवास करते हैं तथा कुछ समय के अंतराल पर पता व मोबाइल नंबर बदलते रहते हैं। पति पत्नी के नाम अलग-अलग बैंक में खाते हैं, जिन सभी में इनके अलग-अलग पता अंकित है। राजेश व निधि मूलत: अजमेर जिले के केकड़ी के निवासी हैं। इस समय ये किराए से महावीर नगर तृतीय के मकान 5-ए-6 में रह रहे थे।
वर्तमान में थाना बोरखेड़ा के 3 प्रकरण व थाना उद्योग नगर के 2 प्रकरण में फरार चल रहे थे। दोनों के विरुद्ध चेक अनादरण के मामले भी न्यायालय में चल रहे हैं। निधि शर्मा के विरुद्ध थाना अंबामाता (उदयपुर) में लड़के के साथ रुपए की धोखाधड़ी कर उसे आत्महत्या के लिए मजबूर करने का प्रकरण भी दर्ज है। इन दोनों द्वारा तांत्रिक बनकर लोगों को भय दिखाकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने के भी प्रकरण दर्ज है। प्रकरण में अग्रिम अनुसंधान जारी है।