- नव निर्वाचित राष्ट्रपति मुर्मू ने वर्ष 2019 में झारखंड की राज्यपाल रहते हुए किया था दौरा
- कोटा कोचिंग, कोटा स्टोन व कोटा डोरिया की सराहना की थी
रामगंजमंडी. नव निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रहने के दौरान करीब तीन वर्ष पहले कोटा जिले के रामगंजमंडी में आई थीं। तब मुर्मू ने हाड़ौती की जमकर तारीफ की थी। मुर्मू, 26 फरवरी 2019 को यहां संजय पारीक मेमोरियल ट्रस्ट के समारोह में पारीक समाज के निमंत्रण पर कोटा क्षेत्र के रामगंजमंडी पहुंची थी।
मुर्मू ने शहर के राधा कृष्ण मंदिर व कोटा स्टोन एसोसिएशन की कोटा स्टोन पत्थर की खनन प्रक्रिया का अवलोकन किया था। उनका यहां कोटा स्टोन स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन व कृषि उपज मंडी में ग्रेन व सीड्स एसोसिएशन ने अभिनंदन किया था। इस दौरान व्यापार संघ के सदस्यों ने उन्हें बताया कि हाडौती क्षेत्र में चावल, धनिया, लहसुन व गेहूं आदि का भारी मात्रा में उत्पादन होता है। साथ ही कोटा स्टोन व सेंड स्टोन का निर्यात भारी मात्रा में हाड़ौती क्षेत्र से होता है, जिसमें 5 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है। मुर्मू इस क्षेत्र के विकास को देखकर बहुत प्रभावित हुई।
उन्होंने कहा था कि कोटा स्टोन व कोटा डोरिया और कोटा कोचिंग के नाम से कोटा पूरे देश विदेश में विख्यात है। राजस्थान का क्षेत्र होने से समझ रही थीं कि इस क्षेत्र में पानी की बहुत कमी होगी और यह क्षेत्र इतने विकसित नहीं होंगे, पर यहां के कोटा स्टोन माइनिंग व धनिया का उद्योग देखकर वह बहुत प्रभावित हुई। उन्होंने माना था कि इस व्यवसाय से जुड़े लोग बड़ी मेहनत से काम कर रहे हैं।
कोटा में हवाई सेवा को बताया था बेहद जरूरी
झारखंड की तत्कालीन राज्यपाल व नव निर्वाचित राष्टÑपति मुर्मू ने कोटा में हवाई सेवा नहीं होने को इस क्षेत्र के विकास की गति को अवरुद्ध करने वाला बताया था। उन्होंने कहा था कि व्यापार संघ व जनप्रतिनिधि लिखकर दें, मैं स्वयं प्रधानमंत्री से कोटा में हवाई सेवा शुरू करने की सिफारिश करूंगी।