कोटा. बपावर क्षेत्र स्थित चरेल गांव में गत शुक्रवार को खेत में मेड खोदने के विवाद के बाद हुई मारपीट में घायल व्यक्ति की मौत के बाद उसके परिजनों व ग्रामीणों का गुस्सा पुलिस के खिलाफ फूट पड़ा। लोगों ने बपावर थाने पर शव को दो घंटे तक रखकर प्रदर्शन किया गया और थानेदार को हटाए जाने की मांग की।
परिजनों का आरोप है कि थानेदार ने हत्या के मुख्य आरोपी को छोड़ दिया, आरोपी अवैध खनन का करता है और थानेदार से उसकी सांठगांठ है।
आरोपी प्रेम बिहारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मारपीट का मामला दर्जकर उसे छोड़ दिया गया। शनिवार को घायल की मौत हो गई, जिसके बाद पुलिस वापस आरोपी की तलाश में जुट गई।
इधर इस बात की जानकारी परिजनों व गांव वालों को लगी तो सभी शव को लेकर थाने पहुंच गए और थानेदार भंवर सिंह को हटाए जाने की मांग करने लगे। दो घंटे तक पुलिस के खिलाफ नारेबाजी होती रही, ऐसे में सांगोद के पूर्व विधायक हीरालाल नागर भी धरने पर बैठ गए। ऐसे में पुलिस ने तीन दिन का समय मांगा है और आरोपियों की गिरफ्तारी और थानाधिकारी के खिलाफ जांच की बात पर धरना समाप्त किया गया।
मेढ़ के विवाद में गई जान
बपावर क्षेत्र स्थित चरेल गांव में रमेश और ओम प्रकाश शुक्रवार को अपने खेत में मेड़ खोद रहे थे, इस दौरान उनकी आपस में कहासुनी हो गई, कहासुनी मारपीट में बदल गई और दोनो पक्ष के लोग आपस में झगड़ पड़े, देखते ही देखते मामला बढ़ गया और इस खूनी संघर्ष में एक व्यक्ति को जान से हाथ धोना पडा। पुलिस ने बताया कि बपावर के चरेल गांव में रमेश और ओमप्रकाश शुक्रवार शाम को अपने खेत की मेढ़ पर नींव खोद रहे थे। इसी दौरान पास के खेत के प्रेम बिहारी, बद्रीलाल, दिलीप और अन्य वहां पहुंचे और रमेश को नींव खोदने से मना किया।
जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच लाठी और गंडासों से मारपीट हुई। इसमें दोनों ही पक्षों के लोगों को चोटे आई। हमले में रमेश कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे परिजन पहले बारां के अस्पताल लेकर पहुंचे, उसके बाद हालत गंभीर होने पर उसे कोटा रैफर कर दिया। जिसे निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां इलाज के दौरान शनिवार सुबह उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और मृतक को एमबीएस अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम में शिफ्ट करवाया। पुलिस के अनुसार मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्यवाही कर रहे हैं।
मामले की जांच जारी
मामले की जांच की जा रही है, आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। परिवार वालों ने जो आरोप लगाए हैं, उनकी भी जांच की जा रही है।
– रामेश्वर परिहार, पुलिस उपाधीक्षक, कोटा ग्रामीण