कोटा. सड़क निर्माण के मामले में गुरुवार को पूर्व विधायक व भाजपा नेता भवानी सिंह राजावत द्वारा अभद्रता का मामला सामने आया। राजावत ने प्रदर्शनकारियों के साथ नयापुरा स्थित वन विभाग के कार्यालय पहुंचकर डीएफओ रवि मीणा के गाल पर थपकी मार दी। इस अभद्रता के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर राजावत को गिरफ्तार कर लिया। राजावत समर्थकों ने नयापुरा थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया लेकिन पुलिस ने सभी को खदेड़ दिया।
मामले के अनुसार डाढ़ देवी माताजी मंदिर की ओर जाने वाली सड़क काफी टूटी हुई है। इसका पेचवर्क न्यास की ओर से करवाया जा रहा है। सड़क वन विभाग की जमीन से होकर निकलने पर वन विभाग की ओर से इसका पेचवर्क निर्माण कार्य रुकवा दिया गया। इसकी जानकारी मिलते ही गुरुवार को दोपहर में पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत मौके पर पहुंचे। उन्होंने सड़क का निर्माण रुकवाने वाले कार्मिकों को मौके पर बुलाया गया।
निर्माण कार्य रुकवाने का कारण पूछा, इस पर उन्होंने कहा कि डीएफओ रवि मीणा के निर्देश पर कार्य रुकवाया गया है, जिसके बाद पूर्व विधायक राजावत नयापुरा स्थित डीएफओ रवि मीणा के कार्यालय में पहुंच गए, वहा पहुंचते ही दोनों कुछ बात-चीत हुई, इसी बीच पूर्व विधायक राजावत ने डीएफओ के गाल पर थपकी दे दी। इस मामले की शिकायत डीएफओ मीणा ने नयापुरा थाने में दर्ज करवा दी, जिसके बाद पुलिस ने पूर्व विधायक राजावत को पहले थाने बुलाया। उनको हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान उनके दो-तीन समर्थकों को भी गिरफ्तार किया गया है। पूर्व विधायक राजावत के गिरफ्तार होने की जानकारी भाजपा कार्यकर्ताओं को मिलते ही समर्थक नयापुरा थाने पर पहुंच गए। राजावत के समर्थकों ने एकत्रित होने के बाद नारेबाजी कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीं पुलिस की ओर से किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए भारी पुलिस बल नयापुरा थाने के सामने तैनात कर दिया गया। शाम पौने 8 बजे जैसे ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करना शुरू किया।
पुलिस उपाधीक्षक कालूराम के नेतृत्व पुलिस जाब्ते ने उन्हे खदेड़ दिया। इस दौरान कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं से उनकी नोकझोंक भी हो गई, जिसके चलते पुलिस ने हल्का बल भी प्रयोग किया, जैसे ही पुलिस ने लाठियां फटकारना शुरू किया और उनको हिदायत दी कि यहां से चले जाए, अन्यथा ठीक नहीं होगा तो राजावत के समर्थक तितर-बितर हो गए।
ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी थी
जब पूर्व विधायक राजावत ने डाढदेवी रोड पर रुके हुए रोड का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए ठेकेदार को कहा तो ठेकेदार ने कहा कि आपके कहने पर काम तो शुरू कर दूंगा, लेकिन वन विभाग के अधिकारियों ने बिना स्वीकृति के कार्य करने पर मुकदमा दर्ज करवाने की हिदायत दी थी। ये बात सुनते ही पूर्व विधायक नयापुरा में वन विभाग के उपवन संरक्षक के यहां पहुंचे थे।
‘वन विभाग रुकवा रहा काम’
इससे पहले राजावत ने कहा कि डाढ़ देवी मंदिर रियासतकालीन है, तब न तो राजस्थान सरकार बनी थी और न ही वन विभाग बना था, तब से यह मंदिर लाखों धर्मप्रेमियों की आस्था का केन्द्र है और तब से ही यहां प्रतिवर्ष लाखों लोगों का आवागमन होता रहता है, ऐसे धर्मस्थलों की सड़कों के निर्माण में वन विभाग कानूनी पेचिदगियां लगाकर काम रूकवा रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि डीएफओ से कहा कि वन विभाग कोटा में अपनी बंजर पड़ी हजारों बीघा जमीन में वृक्षारोपण करने के अपने मूल काम के बजाय धर्मस्थलों के आवागमन में बाधा उत्पन्न करने और श्रृद्धालुओं के धन वसूलने के काम में जुटा हुआ है। इस अवसर पर राजावत के साथ जिला परिषद सदस्य योगेन्द्र नन्दवाना, पार्षद नरेन्द्र खींची, पूर्व किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष महावीर सुमन, सुनील गुर्जर, पूर्व सरपंच अरविंद जैन, राजेन्द्र सोलंकी, धर्मेन्द्र चैहान, जगदीश पोसवाल, कालू गुर्जर, मनोज गुर्जर, लखन मीणा, लोकेश गुर्जर, शिवदयाल गुर्जर, जितेन्द्र रावल, प्रिंस, नीरज, चेतन आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।