सीकर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी केन्द्र सरकार को किसान का दुख दर्द समझने वाली सरकार बताते हुए कहा है कि आजादी के इतने दशक बाद यह ऐसी सरकार आई है जो उसकी चिंता समझती है। इसलिए उसने गत नौ वर्षों में लगातार किसान हित में फैसले लिए गए हैं और बीज से बाजार तक किसानों के लिए नई व्यवस्थाओं का निर्माण कर दिया है। वहीं मोदी ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर फिर निशाना साधा, वहीं ‘लाल डायरी’ के मामले पर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा, राजस्थान में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, तब से विकास में बाधाएं डालने का ही काम चल रहा है। कांग्रेस की सरकार का मतलब है कि लूट की दुकान और झूठ का बाजार। इस लूट की दुकान का ताजा प्रोडक्ट है लाल डायरी। लाल डायरी इस चुनाव में पूरी कांग्रेस का डिब्बा गोल करने जा रही है। जो चार साल सिर्फ सोएगा, वो काम का हिसाब कैसे देगा? इन लोगों ने सरकार का हर दिन आपसी खींचतान, वर्चस्व की लड़ाई में बर्बाद किया है।
मोदी नेगुरुवार को राजस्थान के सीकर में विभिन्न परियोजनाओं के शिलान्यास एवं उद्घाटन के अवसर पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि आज यहां से देश के करोड़ों किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के लगभग 18 हजार करोड़ रुपए भेजे गए हैं। सीधे उनके बैंक खाते में जमा हुए हैं।
उन्होंने कहा कि आज देश में सवा लाख पीएम किसान समृद्धि केंद्रों की शुरूआत की गई है। गांव और ब्लॉक लेवल पर बने इन पीएम किसान समृद्धि केंद्रों से करोड़ों किसानों को सीधा लाभ होगा। आज डेढ़ हजार से ज्यादा पीएफओ के लिए, हमारे किसानों के लिए ‘ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स’ का लोकार्पण भी हुआ है। इससे देश के किसी भी कोने में बैठे किसान के लिए अपनी उपज बाजार तक पहुंचाना और आसान हो जाएगा।
गहलोत का भाषण हटाया, बनी विवाद की स्थिति
सीकर में आयोजित प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। कार्यक्रम में उनके शामिल होने को लेकर राजस्थान और केंद्र सरकार के बीच विवाद जैसी स्थिति बन गई।
गहलोत ने गुरुवार सुबह एक ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से उनकी 3 मिनट की स्पीच हटा दी गई, इसलिए भाषण के माध्यम से पीएम का स्वागत नहीं कर पाएंगे। गहलोत ने लिखा, अब मैं इस ट्वीट के जरिए तहेदिल से आपका स्वागत करता हूं। इसके बाद पीएमओ ने उनके ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि आपके कार्यालय ने ही कार्यक्रम में न आ पाने की बात बताई थी।