दोहिते ने की थी नाना-नानी की हत्या, आरोपी गिरफ्तार

कोटा. बारां जिले के ग्राम छापर(मंडोला) में 16 अगस्त को हुई दंपती की हत्या की वारदात की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने सोमवार को इसका खुलासा करते हुए बताया कि दोहिते ने पैसों के लालच में अपने नाना-नानी की हत्या की थी।

बारां के पुलिस अधीक्षक राज कुमार चौधरी ने बताया कि 17 अगस्त को छापर निवासी फरियादी माणक चन्द ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि उसकी मां लटूर बाई व पिता राम कल्याण की किसी ने हत्या कर दी है। उसके माता-पिता पुराने मकान में रहते थे। रात के समय अज्ञात व्यक्तियों ने माता-पिता की गला घोंट कर व मारपीट कर हत्या की है। इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने ग्राम मण्डोला में निजी मकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे व मण्डोला की तरफ आने जाने वाले रास्तों के सरकारी व प्राइवेट संस्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखे। तकनीकी अनुसंधान और साइबर सेल के विशलेषण और मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर यह पता चला कि रामकल्याण और लटूर बाई की हत्या में उनकी बड़ी बेटी का पुत्र यानी दंपती का दोहिता देवेन्द्र राठौर ही लिप्त है। इस पर पुलिस ने अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान कोटा में रानपुर इलाके से देवेन्द्र राठोर (19) पुत्र चन्द्रप्रकाश राठोर निवासी सीमलिया को डिटेन कर अनुसंधान किया गया। आरोपी देवेन्द्र राठौर ने पूछताछ में नाना-नानी की हत्या करना स्वीकार किया। इस पर उसे गिरफ्तार कर लिया।

नाना-नानी की सोते समय की हत्या
पुलिस पूछताछ में आरोपी 16 अगस्त की रात को अपने मोटरसाइकिल से मण्डोला अपने नाना-नानी के मकान पर रात के करीब 11-12 बजे आया। नाना को आवाज देकर दरवाजा खुलवाया, फिर नाना-नानी से बातचीत की। उनसे पैसे मांगे तो नाना ने पैसे देने से मना कर दिया साथ ही उसे घर पर आने के लिए भी मना किया। इस पर आरोपी ने दोनों का सोने का इंतजार किया व स्वयं ने भी सोने का नाटक किया। जब उसके नाना-नानी सो गए तो उसने उठकर अपने नाना-नानी पर अपने साथ लाए हुए हथियार से सिर पर चोट मारकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया।

आरोपी बोला, नाना-नानी के पास पैसा बहुत था, लेकिन मुझे नहीं देते थे
आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि नाना के पास बहुत पैसा था। मेरे पिताजी की मृत्यु हो गई। हमारी गरीब हालात है तो मैं जब भी नाना के पास आता था तो उनसे कहता था कि आपके पास इतना पैसा है हमें पैसे क्यों नहीं देते। कुछ दिन पहले मेरे नाना ने कहा था की तू व तेरी मम्मी भी हमारे घर पर नहीं आएगी। हम जमीन को भी मरने से पहले दोनो बेटों के ही नाम करेंगे। बेटियों को नहीं देंगे। हमें जमीन में हिस्सा नहीं देने व पैसे नहीं देने से नाराज होकर मैंने दोनों को ही मारने का प्लान बनाया। ताकि हमें जमीन में हिस्सा मिल सके। वहीं पुलिस का कहना है कि आरोपी बेरोजगार है। वह अपने शौक पूरे करने के लिए नाना-नानी सै पैसे लेता था। जब से उन्होंने पैसे देना बंद किया, तब से वह उनसे नाराज रहने लगा।

 

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