बर्मिंघम. कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने चौथा गोल्ड जीत लिया है। पांचवें दिन महिला लॉन बॉल्स के फाइनल में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 17-10 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है।
कॉमनवेल्थ गेम्स के 92 साल के इतिहास में पहला मौका है, जब भारतीय लॉन बॉल्स महिला टीम ने कोई मेडल जीता है। फाइनल मैच में भारतीय खिलाड़ी लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की ने शानदार प्रदर्शन किया। 1930 से कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत हुई। पहले टूर्नामेंट से ही लॉन बॉल्स कॉमनवेल्थ का हिस्सा है, लेकिन भारतीय महिला टीम कभी इसमें कोई भी मेडल नहीं जीत सकी थी।
2010 में नई दिल्ली में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय पुरुष और महिला टीम पहली बार लॉन बॉल्स के लिए क्वालिफाई कर सकी थी। उधर, हॉकी में भारत इंग्लैंड के बीच मुकाबला खेला जा रहा है। इंग्लैंड की टीम ने धमाकेदार शुरुआत करते हुए तीसरे मिनट में ही गोल दाग कर 1-0 बढ़त ले ली है।
श्रीशंकर मुरली और मोहम्मद अनीस फाइनल में
भारतीय लॉन्ग जंपर श्रीशंकर मुरली और मोहम्मद अनीस ने फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है। साथ ही शॉटपुट विमेंस में मनप्रीत ने मेडल राउंड में जगह बना ली है।मेंस लॉन्ग जंप इवेंट के क्वालिफाइंग राउंड में केरल के श्रीशंकर ने पहली ही छलांग में 8.05 मीटर की दूरी मापते हुए फाइनल में जगह बनाई हैं।
वहीं, मोहम्मद अनीस 7.68 मीटर की छलांग के साथ 8वें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालिफाई किया। साथ ही शॉटपुटर मनप्रीत 16.98 मीटर के साथ 7वें स्थान पर रहीं। दूसरी ओर भारतीय महिला टीम विमेंस फोर इवेंट के फाइनल में साउथ अफ्रीका से 8-2 से आगे चल रही है।