कोटा. भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को कोटा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को जिलाध्यक्ष सुदर्शन गौतम के नेतृत्व में काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। अचानक हुए इस घटनाक्रम में डोटासरा के काफिले के साथ चल रही पुलिस सकते में आ गई। पुलिस ने आनन-फानन में काले झंडे दिखा रहे कुछ कार्यकर्ताओं को मौके पर ही हिरासत में लिया, कुछ कार्यकर्ता वहां से भाग गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष झालावाड़ के खानपुर में आयोजित कार्यक्रम डिजिटल सदस्यता अभियान में शामिल होने के लिए जयपुर से कोटा होते हुए झालावाड़ की तरफ जा रहे थे। प्रदेश में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए पुलिस ने हाइवे पर डोटासरा के काफिले की सुरक्षा के लिए इंतजाम किए थे। इसके अलावा डोटासरा के काफिले के साथ पुलिस चल रही थी।
इसके बावजूद भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी के नजदीक से हाइवे पर आकर गोविंद सिंह डोटासरा के काफिले को बीच में ही रोक दिया और काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। कापिले में शामिल पुलिसकर्मियों ने तुरंत एक्शन लेते हुए सड़क पर आए कार्यकर्ताओं को लाठियां दिखा कर भगाया तो कुछ को वहीं हिरासत में लेकर पुलिस जीप में बिठा दिया। इसके बाद डोटासरा का काफिला रवाना हुआ।
जिलाध्यक्ष व 5 कार्यकर्ता शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोडासरा के काफिले के सामने आकर काले झंडे दिखाने के मामले में आरकेपुरम पुलिस ने 6 व्यक्तियों को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि युवा मोर्चा अध्यक्ष सुदर्शन गौतम, महामंत्री नरेन्द्र मेघवाल, महामंत्री विनय आजाद, मंडल अध्यक्ष उद्योग नगर भानू प्रताप, अजीत, मंत्री अमित सेन व के खिलाफ शांति भंग में मामला दर्ज किया गया है। सभी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जमानत पर रिहा कर दिया गया।
लाठीचार्ज कर खदेड़ने का लगाया आरोप
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा की ओर से प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ने का आरोप लगाया है। भाजयुमो कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे लोग शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। लोकतंत्र में विरोध करना स्वाभाविक है। लेकिन पुलिस प्रशासन ने कार्यकर्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए लाठीचार्ज किया और उन्हें हिरासत में लिया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया कोटा दौरे पर आए थे इस दौरान उन्हें भी काले झंडे दिखाए गए थे। लेकिन तब पुलिस प्रशासन ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।