एमबीएस अस्पताल जाकर लाठीचार्ज के घायलों से मिलीं वसुंधरा राजे, इलाज की जानकारी ली

  • बूंदी जिले में बजरी माफिया के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने किया था लाठीचार्ज

कोटा. भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने कोटा आई पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शाम को पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के साथ एमबीएस अस्पताल जाकर बूंदी जिले के बसोली मोड़ पर आयोजित धरने के दौरान पुलिस लाठीचार्ज में घायल हुए व्यक्तियों से मिलीं। राजे ने उनसे बात कर घटना की जानकारी ली। घायलों के इलाज व स्वास्थ्य के बारे में भी चर्चा की।

पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने उन्हें एक-एक घायल से मिलवाया व धरने के दौरान रात में सोते हुए लोगों पर पुलिस की बर्बरता की जानकारी देते हुए कहा कि पूर्व में भी पुलिस ने सरकार के इशारे पर ग्रामीणों से ज्यादती की थी। गुंजल ने बताया कि सरकार व पुलिस के संरक्षण में अवैध बजरी नाका चल रहा है। जब स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया तो पुलिस ने उनके साथ मारपीट की।

Vasundhara Raje

इसी कारण नाका हटाने की मांग व आमजन से मारपीट करने वाले सीआई को सस्पेंड करने की मांग को लेकर ही प्रदर्शन किया गया था जिसे सरकार ने पुलिस के दम पर कुचलने का कायराना प्रयास किया है। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा, मैं प्रदेश के आला पुलिस अधिकारियों से बात करूंगी कि ऐसी क्या स्थिति बनी कि पुलिस को इतनी बर्बरतापूर्ण कार्यवाही करनी पड़ी।

‘पुलिस की लाठी से कार्यकर्ता डरें नहीं, संघर्ष करें’
कोटा. पुलिस की लाठी से कार्यकर्ता डरे नहीं, बल्कि संघर्ष करें। पुलिस की लाठी संत की छड़ी जैसी होती है, ये बात भाजपा से राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मंगलवार को कोटा में कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के कार्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। डॉ. मीणा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने के लिए कोटा आए थे। मीणा नयापुरा स्थित पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के कार्यालय पहुंचे और बूंदी जिले में बसोली मोड़ पर धरने के दौरान हुए लाठीचार्ज मामले की जानकारी ली।

उन्होंने लाठीचार्ज की निंदा की। इसी दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की, यहां उन्होंने कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि प्रदेश में पुलिस सरकार दमनकारी नीति अपना रही है। लेकिन कार्यकर्ताओं को संघर्ष करना है। पुलिस की लाठियों-गोलियों से नहीं डरना। पुलिस की लाठी खाने से तो कार्यकर्ताओं का प्रमोशन होता है। उन्होंने कहा कि जब मैंने राजनीतिक जीवन शुरू किया तो तब पुलिस की कई बार लाठियां खाई थी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार कानून व्यवस्था के बिगड़ने समेत सरकार की कमियों को लेकर लगातार संघर्ष करना है। उन्होंने यह भी कहा कि जब भी हाड़ौती में उनकी जरूरत होगी प्रहलाद गुंजल के बुलावे पर हुए उनके साथ रहेंगे। किरोड़ी लाल ने प्रहलाद गुंजल से वार्ता कर मामले की पूरे घटनाक्रम व मामले की जानकारी भी ली।

पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए
किरोणी मीणा ने कहा कि पुलिस ने लाठीचार्ज कर गलत किया, कार्यकर्ता कानून हाथ में नहीं ले रहे थे। आमजन कोई अपराध नहीं कर रहे थे जिन पर लाठीचार्ज किया गया, ऐसे पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए। गौरतलब है कि बूंदी में बजरी माफिया के खिलाफ कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के नेतृत्व में कार्यकर्ता और ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर धरना दे दिया था। मंगलवार सुबह धरना स्थल पर डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा को भी पहुंचना था। इससे पहले ही रात साढे तीन बजे पुलिस ने धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसा दीं। लाठीचार्ज में कुछ कार्यकतार्ओं को चोटें भी आई तो कुछ एमबीएस अस्पताल में भर्ती हैं।

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