- परिवार के ही तीन नाबालिग भी वारदात में शामिल, पहले भी किया था मारने का प्रयास
- कब्र से निकालकर किया था डेढ़ साल के मासूम का पोस्टमार्टम
कोटा. डेढ़ वर्ष के मासूम के टंकी में डूबकर मरने का मामला बुधवार को पुलिस ने खोल दिया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि मासूम की चाची ने ही बच्चे को टंकी में डूबोया था। इस मामले में परिवार के अन्य तीन नाबालिग भी शामिल थे। यही नहीं महिला पूर्व में भी बच्चे को मारने का प्रयास कर चुकी थी। हत्या के पीछे कारण सरकारी नौकरी में पति को प्राथमिकता नहीं देना था।
कोटा की रामपुरा पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश करते हुए आरोपी सोबिया अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। बच्चे अबीर के पिता इमरान की कोटा नगर निगम में उसके पिता की जगह नौकरी लग गई थी, जबकी हत्या करने वाली चाची सोबिया अपने पति जिशान को सरकारी नौकरी पर लगवाना चाहती थी। जब उसके पति की नौकरी नहीं लगी तो उसने बच्चे को मारने का प्लान बनाया और चम्बल नदी में कुछ बच्चों को अबीर को डूबोकर मारने का लालच दिया, लेकिन बच्चे नहीं माने।
उसके बाद अबीर को घर में ही मारने का प्लान बनाया और खेलते हुए नन्हें अबीर को परिवार के तीन बच्चों को छत पर ले जाने के लिए कहा और वहां सोबिया भी पीछे से पहुंच गई और पानी की टंकी का ढक्कन खोलकर मासूम को उसमें डाल दिया जिससे उसकी मौत हो गई। दिल दहला देने वाली इस घटना से पूरे समाज व शहर में आक्रोश था।
घर में पुरूष नहीं थे जब मारने का प्लान बनाया
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीन जैन ने बताया कि सोबिया ने बच्चे को मारने का प्लान तब बनाया जब घर में कोई नहीं था। बच्चे को छत पर रखी पानी की टंकी में डूबोकर उसकी हत्या कर दी। बच्चे को सभी जगह ढूंढा तो वह पानी की टंकी में मिला। उसे तत्काल अस्पताल लेकर गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके बाद बच्चे को कब्रिस्तान में रीति रिवाज के अनुसार दफना दिया गया। जब मृतक बच्चे के नाना सहित अन्य परिजनों ने सुबह आईजी को परिवाद दिया और कोर्ट के आदेश पर कब्र से अबीर के शव को बाहर निकाला और उसका मेडिकल बोर्ड से कब्रिस्तान में ही पोस्मार्टम किया गया। उसके बाद मामले का खुलासा हुआ।
इसलिए की थी हत्या
अनुसंधान से सामने आया कि परिवादी इमरान कि उसके पिता के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति नगर निगम कोटा में लगी थी, उस समय इमरान के सभी भाइयों ने इमरान के लिए नौकरी की सहमति दी थी, परंतु जिसान अहमद स्वयं नौकरी पर लगना चाहता था। इमरान के सभी परिजनों ने इमरान को नौकरी पर लगाने के लिए जीशान अहमद को उस समय राजी कर लिया था। यह बात कही थी कि इमरान भविष्य में जीशान की आर्थिक मदद कर देगा परंतु इमरान ने नौकरी लगने के बाद भी जीशान की कोई आर्थिक मदद नहीं की। इसकी वजह से जीशान की पत्नी सोबिया इमरान के लिए कहती थी कि इमरान मेरे पति की नौकरी हजम कर गया और यही अबीर की हत्या की वहज बनी।
पिता ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट
अतिरिक्त शहर पुलिस अधीक्षक प्रीवण जैन ने बताया कि 26 अप्रैल को थाना कोतवाली पर परिवादी इमरान पुत्र मुस्तकीम अहमद निवासी शबाना मंजिल के पास कर्बला लाडपुरा थाना कोतवाली कोटा शहर में उपस्थित थाना होकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि 25 अप्रैल को मेरा बच्चा अबीर अंसारी उम्र डेढ़ वर्ष समय करीब 5.30 बजे गायब था, जिस को तलाश किया तो बच्चा मम्मी वाले मकान की छत पर रखी पानी से भरी हुई टंकी में मिला जिस को अस्पताल लेकर गए जहां पर बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
उसके उपरांत बच्चे को कब्रिस्तान में दफनाया था। जिस पानी की टंकी में बालक अबीर मिला था उस टंकी का ढक्कन लगा हुआ था, अबीर अंसारी की हत्या की गई है उक्त रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज किया गया, प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मृतक बालक अबीर के परिजनों की सहमति के आधार पर कब्रिस्तान नयापुरा में बालक को कब्र से निकालकर रीति रिवाज अनुसार निकलवाया जाकर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया।
ऐसे हुआ अनुसंधान
प्रकरण में अमर सिंह राठौड़ डीवाईएसपी तृतीय के नेतृत्व में हंसराज मीणा पुलिस निरीक्षक थानाधिकारी कोतवाली कोटा शहर, मुनिद्र सिंह थानाधिकारी रेलवे कॉलोनी, चंद्र ज्योति थानाधिकारी महिला थाना व अन्य पुलिसकर्मियों की टीम गठित कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया। प्रकरण की गंभीरता के मद्देनजर थाना कोतवाली से अब्दुल लतीफ सहायक उपनरीक्षक, प्रताप सिंह सहायक उपनरीक्षक व साइबर सेल से इंद्र सिंह, कॉन्स्टेबल सुरेश, अब्दुल हफीज, हरिओम, शरीफ अहमद गायत्री महिला कॉन्स्टेबल, इशरत जहां को सादा वस्त्रों में घटनास्थल से आम सूचना व सीसीटीवी फुटेज संकलन अनुसंधान में सहयोग हेतु लगाया गया। प्र
करण में मृतक बालक अबीर के परिजनों व आस पड़ोस के लोगों से जनता से अनुसंधान में पूछताछ की गई। प्रकरण में अनुसंधान के आधार पर सोबिया अंसारी (23) पत्नी जीशान अहमद अंसारी निवासी शबाना मंजिल के पास कर्बला लाडपुरा थाना कोतवाली की बालक अबीर के घर पर गायब होने के वक्त बालक अबीर के पास मौजूद होने व सोबिया के विरुद्ध अन्य साक्ष्य प्राप्त होने पर सोबिया से गहनता से अनुसंधान किया गया, जिस पर सोबिया अंसारी ने अनुसंधान पर बालक अबीर की मां अंजुम व बालक के पिता इमरान से रंजिश होने के कारण बालक की मकान की छत पर रखी पानी की टंकी में डुबोकर ढक्कन लगाकर हत्या करना स्वीकार किया।