कोटा. भरतपुर एंटी करप्शन ब्यूरो (Acb) की टीम ने गुरुवार रात को बड़ी कार्रवाई करते हुए कोटा रेल मंडल के सीनियर डीसीएम (वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक) अजय कुमार पाल व दलाल महेश शर्मा को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई से रेल विभाग में हड़कंप मच गया। देर रात तक Acb की कार्रवाई जारी थी। भरतपुर टीम की मदद के लिए Acb कोटा की टीम भी पहुंची और रेल अधिकारी के आॅफिस व आवास पर सर्च की गई।
Acb की ओर से दी गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल को कोटा डीआरएम आॅफिस परिसर में ही रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। अजय 2012 बैच के आईआरटीएस अफसर हैं। इस कार्रवाई को भरतपुर Acb के एएसपी महेश मीणा के नेतृत्व में आई टीम ने अंजाम दिया है।
Acb के अनुसार अजय कुमार पाल ने रेलवे के भरतपुर में कार्यरत खान-पान निरीक्षक हेमराज मीणा को 16 मार्च को चार्जशीट दी थी। जिसका उसने 28 मार्च को जवाब दे दिया। लेकिन इसके बाद 29 मार्च को दलाल महेश शर्मा ने खानपान निरीक्षक हेमराज को फोन करके कहा कि चार्जशीट पर होने वाली कार्रवाई को वह अजय कुमार पाल से मिलकर रुकवा देगा। लेकिन इस चार्जशीट को ‘फाइल’ करवाने के लिए खर्चे-पानी के 20 हजार रुपए देने पड़ेंगे। दलाल ने हेमराज से यह भी कहा कि वह साथ ले जाकर सीनियर डीसीएम को यह रुपए दिलवाएगा और उसका काम हो जाएगा।
खानपान निरीक्षक ने 29 मार्च को ही एसीबी के भरतपुर कार्यालय में इस बात की शिकायत की। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया, जिसमें रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हुई। गुरुवार को सीनियर डीसीएम ने हेमराज को कोटा बुलाया तो एसीबी की टीम भी उसके साथ ही कोटा पहुंची। परिवादी ने 20 हजार रुपए दलाल महेश शर्मा को दिए।
महेश शर्मा ने यह राशि सीनियर डीसीएम अजय पाल को दी। सीनियर डीसीएम ने जैसे ही रिश्वत की राशि लेकर टेबल की रैक में रखी, एसीबी की टीम ने वहां पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। टीम कहना है कि इस अधिकारी के खिलाफ उन्हें काफी समय से शिकायतें मिल रही थी। इस मामले में महेश शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। दलाल महेश शर्मा हिंडौन सिटी रेलवे स्टेशन पर केटरिंग वेंडर का काम करता है। एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन में यह कार्रवाई हुई।