- मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी, कुन्हाड़ी में पुलिस के बैरिकेड गिराए
कोटा. अनब्रांडेड प्री पैकेज्ड और प्री लेबल आटा, दाल, दही, गुड़ समेत विभिन्न खाद्य उत्पादों पर जीएसटी लगाने व बढ़ती हुई महंगाई को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ हाड़ौती विकास मोर्चा ने रविवार को नेशनल हाइवे-27 और 52 को जाम करने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार करते हुए प्रदर्शनकारियों को रोक लिया। पुलिस ने मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र सांखला समेत बड़ी संख्या कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया और कुछ दूरी पर ले जाकर उन्हें रिहा कर दिया।
हाइवे जाम करने जाने से पहले प्रदर्शनकारी महाराणा प्रताप सर्किल कुन्हाड़ी चौराहे पर एकत्रित हुए। यहां उन्हें संबोधित करते हुए अध्यक्ष राजेंद्र सांखला ने कहा कि महंगाई को लेकर आम जनता त्रस्त है। भारतीय जनता पार्टी के शासन में आमजन का जीना मुश्किल हो गया है। भाजपा नेता इन मुद्दों पर एक शब्द नहीं बोलते।
खाने पीने की वस्तुओं पर जीएसटी लगाने से गरीब और आम आदमी पर भार बढ़ा है। पेट्रोल, डीजल रसोई गैस के दामों में केंद्र सरकार ने बेहताशा वृद्धि की है। गैस के दाम में तो ढाई गुना से भी ज्यादा वृद्धि कर दी गई है। जबकि पेट्रोल और डीजल के दाम 70 फीसदी बढ़ा दिए है। इन सबके खिलाफ मोर्चा ने विरोध प्रदर्शन किया है।
पुलिस ने अलग-अलग जगह किया रोकने का प्रयास
प्रदर्शन में भीड़ की आशंका के चलते पुलिस पहले से ही सतर्क थी। इन रोकने के लिए कई तरह के इंतजाम भी किए गए। दस थानों पर जाब्ता मौके पर बुलाया गया। साथ ही वहां के सीआई, पुलिस उप अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भी मौजूद रहे। मोर्चा की रैली के शामिल कार्यकर्ता कुन्हाड़ी चौराहे से नाका चुंगी, नांता होते हुए बरड़ा बस्ती को क्रॉस करते हुए हाइवे की तरफ बढ़े, लेकिन अभेड़ा तिराहे पर भारी बैरिकेडिंग पुलिस ने पहले से ही कर दी थी। काफी संख्या में कार्यकर्ता वहां तैनात थे। कार्यकर्ताओं ने इन बेरिकेड्स को हटाकर आगे बढ़ने का प्रयास किया। कई कार्यकर्ता इन पर से कूद कर भी आगे बढ़ रहे थे। इस पर पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार की। इसके बावजूद भी कार्यकर्ता नहीं माने तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
300 से ज्यादा कार्यकर्ता गिरफ्तार
पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा बसों की व्यवस्था की हुई थी। इसके अलावा पुलिस की कई वैन भी मौजूद थी। इन बसों में सभी कार्यकर्ताओं को पुलिस ले गई और बड़गांव स्थित गुरुद्वारे के सामने ले जाकर रिहा कर दिया। इनमें शिवा गुर्जर, धनराज गुर्जर, मक्कू कश्यप, पुरुषोत्तम कश्यप, पिंटू सोनी, तालीम बेग, शफीक खान, आशीष बड़गोदिया, हसन अली मंसूरी, अजय दर्डा, अरशद अली, इरफान घोसी, सद्दीक अंसारी, जावेद भुरू, लखन शाक्यवाल, आरिफ खान, मोइन खान, विजय मीणा, जामिन कुरैशी, छात्र नेता नदीम अहमद, अबरार खान, मनोज मीणा, राकेश नायक, मनीष सुमन, रिदम शर्मा, यश बना, कमल चतुर्वेदी, रमीज राजा, सूरज सैनी, कमल सैनी, योगेंद्र शर्मा योगी, शुभम खुराना, इरफान मंसूरी, तविश शर्मा, नौशाद अली व अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।
कुन्हाड़ी से निकाली रैली
प्रदर्शन में शामिल होने के लिए शहर भर से अलग-अलग छोटी रैलियां महाराणा प्रताप सर्किल कुन्हाड़ी पहुंची थी। इन रैलियों का नेतृत्व अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अब्दुल रहीम खान, शहर अध्यक्ष शादाब खान, ओबीसी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष महेश कश्यप, दक्षिण विधानसभा अध्यक्ष रघु शर्मा, लाडपुरा विधानसभा अध्यक्ष प्रभात कश्यप, एससी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अर्जुन झंजोट व सुमित गोडाला ने किया। कांग्रेस के झंडे और तख्तियां हाथ में लिए यह लोग केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एक बड़ी रैली के रूप में रवाना हुए। ढोल नगाड़े लेकर कई कार्यकर्ता दुपहिया और चार पहिया वाहनों सवार थे।