बारां. बारां शहर कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी कर फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराने और पट्टा जारी कराने के मामले में शुक्रवार को नगर परिषद बारां के पूर्व सभापति कमल राठौर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने शनिवार को उन्हें जिले के छबड़ा उपखण्ड मजिस्ट्रेट के सम्मुख पेश कर अनुसंधान के लिए रिमाण्ड चाहा। इस पर अदालत ने आरोपियों को सोमवार तक के पुलिस रिमाण्ड पर भेज दिया।
पुलिस उपाधीक्षक बारां तथा जांचाधिकारी मनोज गुप्ता ने बताया कि बारां में मजिस्ट्रेट के अवकाश पर चलते इन्हें छबडा में पेश किया गया था। पूर्व सभापति कमल राठौर को धोखाधड़ी कर फर्जी तरीके से जमीन की रजिस्ट्री कराने और पट्टा जारी करने के मामले में शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस उपाधीक्षक बारां मनोज गुप्ता ने बताया कि बारां अग्रवाल समाज के पदाधिकारियों ने कुछ दिन पहले नगर परिषद के पूर्व सभापति कमल राठौर के खिलाफ पद का दुरुपयोग करते हुए अस्पताल रोड स्थित समाज की धर्मशाला के रोड समेत अन्य करोड़ों की जमीन की रजिस्ट्री और पट्टा जारी करवाने का केस दर्ज कराया था।
इस मामले में राठौर के खिलाफ शिकायत दी गई थी कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर खरीदे गए प्लाट के दस्तावेजों में हेरफेर कर फर्जी तरीके से प्लाट की साइज बढ़ाई। इतना ही नहीं राठौर ने रजिस्ट्री करवाते हुए प्लॉट का पट्टा जारी किया था। जांच के बाद आरोप प्रमाणित होने पर पूर्व सभापति कमल राठौर, भूखंड मालिक, ओमप्रकाश राठौर, नंदकिशोर राठौर, दीनदयाल राठौर को गिरफ्तार किया है। जांच अधिकारी मनोज गुप्ता ने बताया कि मामले की जांच के लिए फाइल कोटा आईजी कार्यालय को भेजी गई थी। पिछले दिनों कोटा एएसपी पारस जैन ने बारां में मौका मुआयना किया था। हाल ही में मामले की जांच अब कोटा से बारां भेज दी गई थी।