काबुल.
अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए भीषण आतंकवादी हमलों की बरसी के दिन बुधवार को अफगानिस्तान स्थित अमेरिकी दूतावास रॉकेट हमले से दहल गया। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नुसरत रहीमी ने एक बयान जारी कर बताया कि रॉकेट रक्षा मंत्रालय की एक दीवार से टकराया। रॉकेट हमले के कारण परिसर में जबरदस्त विस्फोट हुआ। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। अब तक किसी भी व्यक्ति अथवा संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका-तालिबान वार्ता को रद्द करने के बाद देश की राजधानी काबुल में यह पहला बड़ा हमला है। अमेरिका में 11 सितम्बर 2001 को आतंकवादी संगठन अल कायदा ने समन्वित आत्मघाती हमले किये थे। संगठन ने उसी दिन सुबह अमेरिका के चार वाणिज्यिक विमानों का अपहरण कर लिया था। अपहरणकतार्ओं ने उनमें से दो विमानों को न्यूयार्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स के साथ टकरा दिया, जिससे विमानों में सवार सभी लोग तथा भवनों के अंदर काम करने वाले कई अन्य लोग भी मारे गए। पास की इमारतें नष्ट हो गईं और कई अन्य क्षतिग्रस्त हो गयी। अपहरणकतार्ओं ने तीसरे विमान को वाशिंगटन के बाहर, आर्लिंगटन, वर्जीनिया में रक्षा मंत्रालय के कार्यालय पेंटागन से टकरा दिया। चौथा विमान पेंसिल्वेनिया में शैंक्सविले के पास एक खेत में जा टकराया। किसी भी उड़ान में कोई भी जीवित नहीं बचा।