वर्ल्ड चैंपियनशिप: इतिहास दर्ज करने की राह में सिंधु के सामने ओकुहारा ‘अंतिम’ चुनौती

नई दिल्ली
ओलिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट पीवी सिंधु आज (रविवार) वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में उतरेंगी। उनके सामने जापान की नोजोमी ओकुहारा की कड़ी चुनौती होगी। सिंधु का मकसद होगा कि वह फाइनल जीतकर इस चैंपियनशिप का गोल्ड मेडल जीतने वाली भारत की पहली शटलर बनें। ओलिंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स। इन चार मेगा इवेंट में भारतीय स्टार शटलर सिंधु ने महिला एकल बैडमिंटन के फाइनल में जगह बनाई, लेकिन एक बार भी वह गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब नहीं हो सकीं। पांचवीं वरीयता प्राप्त सिंधु और तीसरी वरीय ओकुहारा के बीच अब तक 15 मुकाबले खेले गए हैं, जिनमें सिंधु का करियर रेकॉर्ड 8-7 है।
जीत चुकी हैं चार मेडल
सिंधु ने शनिवार को ऑल इंग्लैंड चैंपियन चेन यु फेइ पर सीधे गेमों में मिली जीत से लगातार तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया। सिंधु ने इस प्रतिष्ठित टूर्नमेंट के पिछले दो चरण में लगातार सिल्वर मेडल हासिल किए, इसके अलावा उनके नाम दो ब्रॉन्ज मेडल भी हैं। हैदराबादी खिलाड़ी ने 40 मिनट तक चले सेमीफाइनल में चीन की दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी चेन को 21-7, 21-14 से शिकस्त दी।
सिंधु और ओकुहारा में कड़ी टक्कर
अब सिंधु के सामने एक बार फिर जापानी चुनौती है। दोनों के बीच अब तक करियर मुकाबलों की बात करें तो सिंधु का रेकॉर्ड बेहतर है। सिंधु और ओकुहारा के बीच अब तक कुल 15 मुकाबले खेले गए, जिसमें 8 बार सिंधु और 7 बार ओकुहारा ने जीत दर्ज की। पिछले 5 मुकाबलों की बात करें तो 3 बार सिंधु जीतीं जबकि 2 बार ओकुहारा विजेता रहीं।
इसी साल तीसरी भिड़ंत
ओकुहारा और सिंधु के बीच इस साल यह तीसरी भिड़ंत होगी। सिंधु ने पिछले महीने इंडोनेशिया ओपन के क्वॉर्टर फाइनल में ओकुहारा को लगातार गेमों में हराया था लेकिन सिंगापुर ओपन के सेमीफाइनल में भारतीय शटलर को 2 गेमों में शिकस्त झेलनी पड़ी।
2018 में 4 में से 3 बार जीतीं सिंधु
पिछले साल वर्ल्ड टूर फाइनल्स में सिंधु ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए ओकुहारा को फाइनल में हराकर खिताब जीता था। सिंधु ने यह मुकाबला लगातार गेमों में 21-19, 21-17 जीता था। पिछले साल ही वर्ल्ड चैंपियनशिप के क्वॉर्टर फाइनल में सिंधु ने ओकुहारा को हराया था। साल 2018 के ऑल इंग्लैंड ओपन के क्वॉर्टर फाइनल में ओकुहारा के खिलाफ सिंधु जीतीं, लेकिन थाइलैंड ओपन के फाइनल में उन्हें शिकस्त झेलनी पड़ी।
2017 वर्ल्ड चैंपियनशिप में ओकुहारा ने तोड़ा सिंधु का सपना
स्कॉटलैंड में 2017 वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में सिंधु का गोल्ड जीतने का सपना ओकुहारा ने तोड़ा था, तब सिंधु को जापानी शटलर ने 21-19, 20-22, 22-20 से कड़े संघर्ष में जीत दर्ज की थी। इसी साल जापान ओपन के दूसरे राउंड में सिंधु को ओकुहारा ने हराया। इसी साल कोरिया ओपन के फाइनल में सिंधु ने ओकुहारा को हराकर खिताब जीता था। वहीं, सिंगापुर ओपन के शुरुआती दौर में सिंधु ने ओकुहारा को मात दी थी।
ओलिंपिक सेमीफाइनल में भी जीतीं सिंधु
ओकुहारा के खिलाफ रियो ओलिंपिक के सेमीफाइनल में ओकुहारा को सिंधु ने लगातार गेमों में मात दी। तब ओकुहारा के छठी वरीयता मिली थी और 9वीं वरीय सिंधु ने 21-19, 21-10 से सेमीफाइनल जीतकर फाइनल में जगह बनाई जहां उन्हें स्पेन की कैरोलिना मारिन से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
यूथ वर्ग में भी जीतीं सिंधु
साल 2015 के मलयेशिया मास्टर्स के सेमीफाइनल में सिंधु को ओकुहारा ने 19-21, 21-13, 21-8 से हराया। इससे पहले 2014 के हॉन्ग कॉन्ग ओपन के दूसरे राउंड में ओकुहारा ने सिंधु को हराया। साल 2012 में एशिया यूथ अंडर-19 चैंपियनशिप में लड़कियों के एकल वर्ग में सिंधु ने ओकुहारा को 3 गेमों में मात दी थी।

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