मुंबई. रिलांयस इंडस्ट्रीज लिमिडेट की 42वीं ऐनुअल जनरल मीटिग (एजीएम) की बड़ी घोषणाओं के बाद कंपनी के शेयरों मंगलवार को ऊंची छलांग लगाई। चेयरमैन मुकेश अंबानी द्वारा कंपनी को 18 महीनों में कर्जमुक्त बनाने के प्लान की घोषणा के बाद निवेशकों ने आरआईएल के शेयरों की खूब खरीददारी की। कंपनी के शेयरों ने मंगलवार को एक दशक में ‘इंट्रा डे’ की सबसे बड़ी छलांग लगाई।रिलायंस के शेयरों में 12 फीसदी तक तेजी आई, जो 14 जनवरी 2009 के बाद एक दिन में सबसे लंबी छलांग है। उछाल के साथ एक शेयर की कीमत 1302.50 रुपये तक पहुंच गई। इस तेजी की वजह से कंपनी एक बार फिर भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने के बेहद करीब पहुंच गई है। अभी यह टीसीएस से करीब 1 अरब डॉलर पीछे है। हालांकि, रिलायंस के शेयरों में तेजी के बीच दूसरी टेलिकॉम कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई। भारती एयरटेल के शेयर 4 फीसदी टूटे तो वोडाफोन आइडिया के शेयर 5 फीसदी लुढ़के। रिलायंस की घोषणाओं से तीन साल पहले वाली (जियो की एंट्री) आशंकाएं फिर उठी हैं। मुकेश अंबानी ने रिलायंस ग्रुप को अगले डेढ़ साल में कर्जमुक्त करने का खाका पेश किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश ने कंपनी की 42वीं एजीएम में कहा कि वह ऑयल, केमिकल और फ्यूल रीटेलिंग बिजनस में हिस्सेदारी बेचकर यह लक्ष्य हासिल करेंगे। रिलायंस समूह के ऊपर फिलहाल 2,88,243 करोड़ रुपये का कर्ज है। ब्रांडबैंड सेवा ‘जियो फाइबर के साथ मुफ्त एचडी टीवी और रिलीज के दिन ही फिल्म देखने की पेशकश ने भी निवेशकों का ध्यान खींचा है।