बूंदी में मेडिकल कॉलेज की जमीन में फंसा सियासत का पेंच

कोटा/बूंदी. बूंदी में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज किस जगह पर बने, इसे लेकर सियासत तेज हो गई है। मेडिकल कॉलेज के जमीन आवंटन को लेकर कांग्रेस के दो नेताओं में ठन गई है, वहीं इस विवाद में भाजपा भी कूद गई है। सरकार की नीति के अनुरूप मेडिकल कॉलेज बूंदी जिले में खोला जाना है, लेकिन अब राजनीतिक लड़ाई इस बात को लेकर है कि यह किस विधानसभा क्षेत्र में खुले। इस बात को लेकर अपने-अपने दावे सरकार तक पहुंचाए जा रहे हैं।
ऐसे शुरू हुआ विवाद
पिछले दिनों मेडिकल काउंसिल आॅफ इंडिया (एमसीआई) की एक टीम मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन देखने आई। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उस वक्त टीम को सिलोर में 55 बीघा जमीन दिखाई। तब यह बात सामने आई कि एमसीआई ने इस जमीन को उपयुक्त माना है और प्रशाासन प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजेगा। लेकिन बाद में प्रशासन की ओर से बूंदी शहर से कुछ दूरी पर स्थित तालाब गांव में 63 बीघा जमीन के प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भिजवाए और वह जमीन मेडिकल कॉलेज के लिए आवंटित भी कर दी गई। जमीन के आवंटन का पता चलते ही पूर्व वित्त राज्य मंत्री हरिमोहन शर्मा ने कड़ी आपत्ति जताई। उनका कहना है कि मेडिकल कॉलेज सिलोर वाली जमीन पर ही खोला जाए। दरअसल, तालाब गांव खेल राज्य मंत्री व हिण्डोली के विधायक अशोक चांदना के विधानसभा क्षेत्र में है, जबकि सिलोर बूंदी विधानसभा क्षेत्र में, जो कि हरिमोहन शर्मा का कार्यक्षेत्र रहा है। विवाद से जाहिर हो गया कि दोनों नेता अपने-अपने कार्यक्षेत्र में मेडिकल कॉलेज खुलवाना चाहते हैं।
चांदना ने जताया आभार, शर्मा ने आवंटन निरस्त करने के लिए लिखी चिट्ठी
तालाबगांव में मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन आवंटित होने पर खेल राज्य मंत्री चांदना ने मुख्यमंत्री व चिकित्सा मंत्री का आभार प्रकट किया, वहीं हरिमोहन शर्मा ने जमीन के आवंटन को निरस्त करने और मेडिकल कॉलेज को पूर्व में प्रस्तावित जगह पर खुलवाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को चिट्ठी लिखी है। इसमें शर्मा ने तर्क दिया कि जो जमीन गुपचुप तरीके से जिला प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज के लिए आवंटित की है, वह औद्योगिक क्षेत्र के लिए आवंटित जमीन के करीब है। पास ही विस्फोटक सामग्री का भंडार गृह भी है। हाइटेंशन लाइन जमीन से होकर निकल रही है। बारिश में हाइवे पानी में डूब जाता है। हरिमोहन शर्मा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भी इस जमीन के आवंटन को निरस्त कराने की अपील की है।
भाजपा ने कहा-बूंदी शहर में खुले मेडिकल कॉलेज
उधर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को दिल्ली पहुंचकर लोकसभा अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय सांसद ओम बिरला को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। भाजपा नेताओं के मुताबिक बिरला ने उन्हें मेडिकल कॉलेज बूंदी में ही खुलवाने का आश्वासन दिया है। कहा यह भी जा रहा है कि बिरला भी बूंदी में ही मेडिकल कॉलेज खुलवाना चाहेंगे। इसकी वजह यह है कि तालाबगांव की जमीन हिण्डोली विधानसभा क्षेत्र में जो कि भीलवाड़ा संसदीय सीट का हिस्सा है। ऐसे में बिरला नहीं चाहेंगे ये मेडिकल कॉलेज उनके संसदीय क्षेत्र से निकले।

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