बाढ़ का पानी उतरने के बाद आई बारिश ने भी किया था नुकसान, दोबारा होगा सर्वे: धारीवाल

संदेश न्यूज। कोटा.
नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने शुक्रवार को दिन में जल भराव से प्रभावित गुजराती बस्ती, खाई रोड एव नयापुरा बस स्टैंड के पास के आबादी क्षेत्र में पैदल-पैदल घूमकर प्रभावित परिवारों के घरों एवं प्रतिष्ठानों में हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने सभी नागरिकों को भरोसा दिलाया कि नुकसान की भरपाई के सरकार पूरे प्रयास करेगी। सभी को सर्वे के आधार पर सहायता प्रदान की जाएगी। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ितों से जानकारी मिली कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद फिर आई बारिश के कारण भी नुकसान हुआ था। इस पर धारीवाल ने दोबारा सर्वे कराने के अधिकारियों को निर्देश दिए। स्वायत्त शासन मंत्री शुक्रवार को सर्वप्रथम गुजराती बस्ती पहुंचे। यहां चम्बल पुलिया के पास प्रभावित परिवारों से रूबरू होकर उनके घरों में हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सरकार ने त्वरित राहत कार्य चलाकर मूलभूत सुविधाएं प्रदान की। आगे से ऐसी बड़ी विपत्ति नहीं आए, इसके लिए सरकार ने योजना बना ली है। योजना के तहत चम्बल रिवर फ्रंट का निर्माण कराया जाएगा। चम्बल रिवर फ्रंट से बाढ एवं पानी भराव की समस्या से निजात मिलेगी, वहीं पर्यटन विकास के द्वार भी खुलेंगे। धारीवाल ने कहा कि सर्वे से जो परिवार वंचित रह गये हैं,उन्हें अवसर दिया जा रहा है। ऐसे परिवार जो सर्वे से वंचित रह गए हैं, वे नुकसान के फोटो के साथ आवेदन दे दें। ताकि जांच कराकर उनके नाम सूची में जोड़ दिए जाएं।
खाई रोड पर जाने हालात
स्वायत्त शासन मंत्री व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए खाई रोड पहुंचे तथा व्यापारियों, दुकानदारों से मिलकर जल भराव से हुए नुकसान के हालात जाने। उन्होंने कहा कि दुकानदारों का भी वास्तव में बडा नुकसान हुआ है। सर्वे करवाकर उन्हें मुआवजा दिलाने के प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने दुकानों, आवासों में हुए नुकसान को स्वयं पैदल चलकर देखा तथा पीडित परिवारों, दुकानदारों को भरोसा दिलाया कि सरकार हरसंभव आपकी मदद करेगी।
नए सर्वे में कोई नहीं रहेगा वंचित
स्वायत्त शासन मंत्री ने बताया कि तीन दिन से वे घर-घर जाकर प्रभावित परिवारों से मिल रहे हैं। भ्रमण के दौरान यह बात सामने आई कि चम्बल का उफान कम होने के बाद भी बरसात होने से फिर कई परिवारों का नुकसान हुआ है। इसके लिए दोबारा सर्वे कराया जाएगा। कोटा बैराज से पानी छोडेÞ जाने के दौरान हुए नुकसान पर प्रशासन, नगर निगम एवं स्थानीय नागरिकों ने सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की है। दोबारा कराए जाने वाले सर्वे में यह ध्यान रखा जाएगा कि कोई पीड़ित परिवार सहायता से वंचित नहीं रह सके। इस अवसर पर यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी, ओएसडी आरडी मीणा, हाड़ौती विकास मोर्चा के अध्यक्ष राजेन्द्र सांखला, डॉ. जफर मोहम्मद सहित प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
स्वेच्छा से होगा पुनर्वास, सभी प्रभावितों को मिलेगी मदद
धारीवाल शुक्रवार शाम को नदीपार क्षेत्र की बापू बस्ती, हनुमानगढ़ी का दौरा किया तथा संत तुकाराम सामुदायिक भवन पहुंचे, जहां उन्होंने बाढ़ से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा गरीबों को मदद पहुंचाने की है। इसमें समय लग सकता है लेकिन मदद सभी प्रभावित परिवारों तक पहुंचेगी। आश्रय स्थलों पर सरकार ने समुचित व्यवस्था कर दी है। जिन परिवारों के मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें मदद में कमी नहीं आने दी जाएगी। धारीवाल ने स्पष्ट किया कि जिन बस्तियों के लोग स्वेच्छा से पुनर्वास की मांग करेंगे, उन्हीं बस्तियों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। किसी को यहां से दूर जाने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। पुनर्वास में भूखंड एवं आवास निर्माण के लिए अनुदान भी दिया जाएगा।

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