संंदेश न्यूज। कोटा.
नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने बुधवार शाम को कोटा पहुंचने पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और प्रभावित परिवारों से बात कर उन्हें पर्याप्त मदद दिलवाने का आश्वासन दिया। खास बात यह रही कि जयपुर से ट्रेन से कोटा पहुंचने पर स्टेशन से ही धारीवाल सीधे बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंच गए और उनकी व्यथा सुनी। धारीवाल सबसे पहले खेड़ली फाटक स्थित गणेशचौक पहुंचे। यहां उन्होंने आमजन के बीच जल भराव से प्रभावित 60 परिवारों की सूची पढ़कर सुनाई और कहा कि कोई भी परिवार सर्वे में छूट गया है तो वह साधारण रूप से आवेदन दे दे। नुकसान का फोटो प्रस्तुत करे। सर्वे टीम के माध्यम से जांच करवाकर उसका नाम भी शामिल कर लिया जाएगा। इसके बाद उन्होंने नंदा की बाड़ी में प्रभावित 165 परिवारों की सूची उपस्थित नागरिकों के समक्ष पढ़कर सुनाई।
तीन तरह से हुआ है सर्वे
धारीवाल ने कहा कि जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उनको हम पूरा मुआवजा देंगे। इसके लिए मैंने प्रशासन, यूआईटी और कांगे्रस कार्यकर्ताओं से अलग-अलग सर्वे करवाया है और मैं खुद प्रभावित क्षेत्र में जा रहा हूं। अगर कोई सर्वे से वंचित रह गया है तो मुझे लिखकर दे, उसको सर्वे में शामिल किया जाएगा।
महापौर चुनाव के लिए सीएम ने समीक्षा करने को कहा है, जल्द दूंगा रिपोर्ट: धारीवाल
बुधवार को दिन में मीडिया रिपोर्ट्स में अटकलें लगी थी कि राज्य सरकार महापौर-सभापति के सीधे(प्रत्यक्ष) चुनाव कराने के फैसले को बदलने वाली है। इस बारे में शाम को कोटा आए नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल से मीडिया कर्मियों ने बातचीत की तो उन्होंने कहा कि राज्य में 52 नगरीय निकायों में होने वाले आगामी चुनाव में महापौर, नगर परिषद अध्यक्ष और नगर पालिका अध्यक्ष को सीधे जनता के माध्यम से चुनने का फैसला राज्य की कैबीनेट ले चुकी है। लेकिन हमारे कुछ लोगों की रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुझे दुबारा समीक्षा के लिए कहा है, इसके लिए मैं प्रत्येक नगरीय निकाय के कार्यकर्ताओं से फीडबैक ले रहा हूं, जल्द ही मैं मुख्यमंत्री को रिपोर्ट दूंगा, उसके बाद मुख्यमंत्री को फैसला लेना है।’