संदेश न्यूज। कोटा.
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने ट्रेन में यात्रा कर रहे एक फौजी की हत्या के आरोप में फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस उपाधीक्षक हुमांयू कबीर खान ने बताया कि 12 जून 2011 को तीन पत्ती गिरोह ने इंदौर-जोधपुर इंटरसिटी में यात्रा कर रहे सेवानिवृत्त फौजी हनुमाना राम विश्नोई की इंद्रगढ़ स्टेशन के पास हत्या कर दी थी। ट्रेन में लूट खसोट के बाद गैंग के सदस्य चैन पुलिंग कर इंद्रगढ़ स्टेशन पर भाग खड़े हुए थे। इन्हें पकड़ने के लिए हनुमान भी इनके पीछे भागा था। पकड़ से बचने के लिए गैंग के सदस्यों ने चाकू से हमला कर हनुमानाराम की हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। बाद में जमानत मिलने के बाद आरोपी इंजगढ़ सुमेरगंजमंडी निवासी महावीर उर्फ जट्टू (30)जमानत के बाद फरार हो गया था। इसके बाद अदालत ने महावीर के खिलाफ स्थाई वारन्ट जारी कर दिया था। इसके अलावा जीआरपी ने धारदार चाकू रखने के आरोप में लंबे समय से फरार चल रहे बूंदी लंका गेट निवासी स्थाई वारंटी राजू को भी गिरफ्तार किया है। धारदार चाकू मिलने पर गिरफ्तार : जीआरपी ने गुरुवार को धारदार चाकू रखने के मामले में बारां निवासी कुलदीप को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा पेश करने पर अदालत ने आरोपी को 9 अक्टूबर तक जेल भेज दिया।
ट्रेन में चोरी के आरोप में कोच अटेडेंट गिरफ्तार
हुमायूं कबीर खान ने बताया कि जीआरपी ने ट्रेन में चोरी करने के आरोप में एक कोच अटेडेंट को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा पेश करने पर अदालत ने आरोपी को 9 अक्टूबर तक जेल भेज दिया। आरोपी का नाम प्रदीप धोबी (27) है। यह मध्यप्रदेश भिंड का रहने वाला है। खान ने बताया कि प्रदीप पर 15 अगस्त 2019 को गरीब रथ एक्सप्रेस (12909) में मुंबई बोरीवली से निजामुद्दीन की यात्रा कर रहे प्रदीप यादव का मोबाइल चुराने का आरोप है।
ट्रेन की चपेट में आने से सफाईकर्मी के दोनों पैर कटे
कोटा रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को ट्रेन की चपेट में आने से एक सफाई कर्मचारी के दोनों पैर कट गए। कर्मचारी का इलाज एमबीएस अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने बताया कि भीमगंजमंडी नेहरू नगर निवासी नितिन (30) पुत्र सत्यनारायण स्टेशन पर ही ठेका सफाई कर्मचारी के रूप में काम करता था। सुबह करीब 10.30 बजे गोरखपुर-बांद्रा अवध एक्सप्रेस बदले प्लेटफार्म नंबर एक पर प्रवेश कर रही थी। तभी नाकाचुंगी की तरफ से आ रहे नितिन ने ट्रेन की पेंट्रीकार में चढ़ने का प्रयास किया। इसी प्रयास में दरवाजे के हैंडल से हाथ फिसलने से नितिन ट्रेन की चपेट में आ गया। ट्रेन की चपेट में आने से प्रदीप के दोनों पैर घुटनों के नीचे से कट गए। घटना का पता चलने पर यात्रियों ने चैन पुलिंग कर ट्रेन को रोका। इसके बाद प्रदीप को पटरियों से हटाकर ट्रेन को पूरी तरह प्लेटफार्म पर लिया गया। बाद में स्टेशन स्टॉफ और साथियों ने एक आॅटो में प्रदीप को एमबीएस अस्पताल पहुंचाया। जहां प्रदीप के पैरों का आॅपरेशन किया गया। सूचना पर स्टेशन डायरेक्टर एमएम शर्मा और अन्य रेल अधिकारियों ने भी अस्पताल पहुंचकर नितिन के हाल जाने।