गांधी सागर में भराव क्षमता से अधिक पानी, देर रात बैराज से 7 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा

संदेश न्यूज। कोटा.
मध्यप्रदेश में लगातार बारिश के चलते गांधी सागर बांध में शनिवार देर रात तक 16 लाख क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी। भारी मात्रा में आवक होने से बांध का पानी टॉप लेवल से भी ऊपर पहुंच गया है। यही हाल चम्बल के अन्य बांधों का भी है। 1312 फीट क्षमता के मुकाबले गांधी सागर का जल स्तर 1314.47 फीट तक पहुंच गया। अधिकारियों ने बताया कि यह संभवत: पहला अवसर है जब पानी बांध का स्तर ऊपर पहुंच गया हो और 16 लाख क्यूसेक पानी की आवक हो रही हो। गांधी सागर बांध से देर रात तक सभी 19 (9 छोटे स्लूज और 10 बड़े) गेट खुले हुए थे। चम्बल में पानी की भारी आवक को देखते हुए अगले कई घंटों तक गांधी सागर बांध के गेट बंद होने की उम्मीद नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि राणा सागर बांध का जलस्तर अपनी क्षमता 1157.50 के मुकाबले 1157.75 फीट तक भरा हुआ है। इस बांध के सभी 17 गेट खोलकर 6 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही थी। इसके अलावा जवाहर सागर बांध अपनी क्षमता 980 के मुकाबले 979.80 तक भर गया गया है। इस बांध के 12 गेट खोलकर 6 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही थी। इन इलाकों में बाढ़ : गेट खुलते ही कोटा में बाढ़ के हालात बन गए है। चम्बल किनारे बसी नयापुरा हरिजन बस्ती, करबला, चन्द्रघटा, दोस्तपुरा, बापू बस्ती, हनुमानगढ़ी कुन्हाड़ी, लाडपुरा समेत एक दर्जन बस्तियां जलमग्न हो गई। बस्तियों में कई मकान तक डूब गए है। कई मकानों के ढहने से लोग बेघर हो गए है। जिला प्रशासन, पुलिस व एसडीआरएफ की टीम मौके पर कमान संभाले हुए है।
गांधी सागर सहित अन्य बांधों से लगातार पानी की निकासी होने के कारण कोटा बैराज का हाईरिस्क गेट के नाम से जाना जाने वाला गेट नम्बर एक भी खोल दिया गया। यह गेट 2006 के बाद पहली बार खोला गया। अधीक्षण अभियंता अंसारी ने बताया कि गेट नम्बर 1 को बहुत विकट परिस्थितियों में ही खोला जाता है। इस गेट को खोलने से पहले मुख्यालय से स्वीकृति लेनी पड़ती है। इस गेट के कारण गढ़ के साइड से बड़ी मात्रा में मिट्टी कटाव भी होता है। गेट नम्बर 19 से ज्यादा नुकसान नहीं है, क्योंकि कुन्हाड़ी क्षेत्र पथरीला क्षेत्र होने के कारण ज्यादा रिस्क नहीं है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का नेताप्रतिपक्ष सुवालका ने किया दौरा
चम्बल में उफान से चम्बल नदी के निचले इलाकों में सैंकड़ो घर डूब गए एवं कई लोग बेघर होने की सूचना पर नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के निर्देश पर चम्बल पार के हनुमान गढ़ी, बापूनगर, रामचंद्रपुरिया, बालापुरा आदि इलाकों का दौरा कर, जहां लोगों के घरों में पानी भरा है उनके लिए आश्रय स्थलों में रुकने की और भोजन व्यवस्था का जायजा लिया। सुवालका ने एडीएम प्रशासन वासुदेव मालावत, डीएसओ बालकिशन तिवारी व नगर निगम उपायुक्त कीर्ति राठौड़ आदि से बात कर बाढ़ पीड़ित लोगों तक जरुरी संसाधन पहुंचाने के लिए बात की।
निगम प्रशासन की लापरवाही से नहीं हो रही पानी की निकासी-दुबे
कोटा देहात कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष मनोज दुबे ने शहर में बाढ़ से हालात पर निगम प्रशासन के नाकारापन को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि लगातार बरसात के बाद भी निगम प्रशासन नहीं चेता। बस्तियों में हालात बद से बदतर है।
मुख्य बाजारों व मुख्य मार्गों तक में बरसाती पानी भरा है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *