कोटा. स्थानीय निकायों के चुनावों का आगाज वार्डों में आरक्षण की लॉटरी निकलने के साथ ही गुरुवार से हो गया। वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ने की उम्मीद लगाए बैठे कई नेताओं की उम्मीदों के चिराग बुझ गए तो कुछ लोग घर बैठे रातोंरात नेता बन गए। वार्डों में अपना अस्तित्व कायम रखने के लिए लॉटरी निकलने के साथ ही नेताओं ने पत्नी, बेटी, मां, दोस्त और परिचितों को दावेदार बनाकर नए नेता बना दिए। राज्य सरकार के निर्देश पर जिला कलक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी मुक्तानन्द अग्रवाल की अध्यक्षता में बुधवार को नगर निगम कोटा व नगर पालिका कैथून और सांगोद में स्थित वार्डों के आरक्षण की लॉटरी निकाली गई। इस लॉटरी के साथ ही अब बड़े नेताओं के यहां पर वार्ड पार्षद का टिकट लेने वाले नेताओं की लंबी कतारें लगनी शुरू होगी। लॉटरी प्रक्रिया के दौरान टैगोर हॉल के बाहर बड़ी संख्या में वार्ड के नेताओं की भीड़ लगी हुई थी, हर कोई ये जानने को आतुर था कि उनके क्षेत्र के वार्ड की लॉटरी किस वर्ग की निकली। जैसे-जैसे वार्डों की लॉटरी की निकलती गई। वैसे-वैसे ही कई नेताओं के चेहरों पर खुशी तो कई के चेहरों पर मायुसी भी छा गई। लॉटरी निकलने के बाद स्वयं को उम्मीदवार मान रहे लोगों का कहना था कि हम दमदारी से चुनाव लड़ेंगे।
भाजपा फिर निगम चुनाव जीतकर बोर्ड बनाएगी
नगर निगम के नवगठित 100 वार्डों के आरक्षण की लाटरी निकालने के साथ ही निगम बोर्ड की चुनावी तैयारियों का शंखनाद हो गया है। भाजपा शहर जिला महामंत्री अरविन्द सिसोदिया ने बयान जारी कर कहा कि भाजपा ने जिला अध्यक्ष हेमन्त विजयवर्गीय के नेतृत्व में चुनावपूर्व की सभी तैयारियां पूर्ण कर रखी है और निगम में बोर्ड फिर से भाजपा ही बनाएगी। उन्होंने बताया कि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया एवं प्रदेश टीम के मार्गदर्शन में पालिका चुनाव लडे जाएंगें और चुनाव की रणनीति एवं मार्गदर्शन प्रदेश तय करेगा। स्थानीय तैयारियां एवं रणनीति जिला अध्यक्ष हेमन्त विजयवर्गीय के नेतृत्व में भाजपा शहर जिला तय करेगी और बूथवार योजना बनाई जाएगी।