जम्मू.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को दावा किया कि कश्मीर घाटी में हालात ‘बेहद खराब’ हैं। राज्यसभा में विपक्ष के नेता आजाद ने चार दिन तक कश्मीर में गुजारने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, ‘कश्मीर में हालात’ बेहद खराब हैं। वह दो दिन जम्मू में रुकेंगे और इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। आजाद ने कहा, ‘हालात की समीक्षा करने के बाद मैं उच्चतम न्यायालय को वहां के हालात की जानकारी दूंगा। घाटी में अभिव्यक्ति की आजादी का हनन हो रहा है। अपने चार दिवसीय प्रवास के दौरान मुझे जिन-जिन क्षेत्रों में जाना था, उनके 10वें हिस्से तक भी जाने की अनुमति नहीं दी गई।’ इससे पहले गत 20 अगस्त को भी वह जम्मू गये थे लेकिन उन्हें जम्मू हवाई अड्डे पर रोक दिया था और दिल्ली वापस भेज दिया था। आजाद यहां पार्टी कार्यकतार्ओं से मिलने गए थे लेकिन उन्हें कुछ देर बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। आजाद ने अपनी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कहा था कि अगर सरकार यह दावा करती है कि जम्मू में शांति है तो फिर मुझे हवाई अड्डे से बाहर क्यों नहीं जाने दिया गया। उच्चतम न्यायालय ने कुछ दिनों पहले आजाद को सशर्त जम्मू-कश्मीर जाने की इज्जाजत दी थी जिसके बाद वह गत शुक्रवार वहां गए थे। गत पांच अगस्त को सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था जिसके बाद वहां एहतियातन कुछ पाबंदिया लगाई गई थी।